हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय प्रचारक हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अंसारी ने मदरसा-ए इल्मिया हज़रत ज़ैनब कुबरा स.अ. के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा,छात्रों को धर्म के प्रचार की इस महान ज़िम्मेदारी को छोटा नहीं समझना चाहिए जो पैग़म्बरों और मासूम इमामों (अ.स.) का भी मिशन रहा है। यह भारी ज़िम्मेदारी अब छात्रों के कंधों पर है और इसे गंभीरता से निभाना होगा।
उन्होंने आगे कहा,छात्रों का सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य कुरआन और रिवायतों से धर्म की सही समझ हासिल करना है। छात्रों को चाहिए कि धार्मिक सिद्धांतों में पारंगत होने के बाद आम लोगों में इसका प्रचार करें।
हुज्जतुल इस्लाम अंसारी ने छात्रों के लिए धार्मिक आदेशों का व्यावहारिक पालन करने पर ज़ोर देते हुए कहा,दूसरों को धर्म का निमंत्रण देने से पहले छात्रों को स्वयं इस पर अमल करना चाहिए, तभी उनका प्रचार प्रभावी साबित होगा। अंतर्राष्ट्रीय प्रचारक ने अपने संबोधन के अंत में तीन महत्वपूर्ण बिंदुओं की ओर ध्यान दिलाया,
1.धर्म की सही समझ 2.इसे प्रभावी ढंग से लोगों तक पहुँचाना 3.धार्मिक आदेशों का व्यावहारिक रूप से पालन
उन्होंने कहा,जब छात्र इन तीनों क्षेत्रों में निपुणता हासिल कर लेंगे, तभी वे धर्म के प्रचार के कर्तव्य को सही ढंग से निभा पाएँगे।
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